कटक : उम्र केवल 9 साल । आब तक दुनिया देखी भी नही जब पूरा बिस्व ईश कोरोना नामक महामारी से जूझ रहा है है और 22मार्च को भारत लॉक डाउन हो गया उसी दिन से पूरे बिस्व को कुछ अच्छा पैगाम देने तैयार हुए बाल कलाकार हर्षिल अग्रवाल। जब डॉक्टर मरीजों की सेवा कर रहे थे उसी वक़्त एक निसब्द कोविद योद्धा के रूप में देश विदेश में लोगों को अपनो चित्र कला के माध्यम से कुछ अच्छा संदेश दे रहे थे हर्षिल अग्रवाल। नित्य प्रतिदिन नई नई चित्रांकन के माध्यम से वो समाज को कोई अच्छा संदेश दे रहे थे।
हर्षिल अग्रवाल सिर्फ 9 साल की उम्र में अपने राज्य एबं देश का नाम पूरे बिस्व मैं ऊंचा कर रहे हैं। हर्षिल अग्रवाल का जन्म कटक में हुआ है और उनके माता रिंकी अग्रवाल एबं पिता संजय अग्रवाल दोनों ही समाज सेवी है और अपनी ईश तरक्की का श्रेय वो अपने माता पिता को देते हैं। हर्षिल ने ईश लॉकडौन के दौरान 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाये हैं। उनको वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन ने कोरोना योद्धा का खिताब भी दिया है। हर्षिल स्टीवर्ट स्कूल कटक के 5बी कख्या के छात्र है। वो आज ईश मुकाम तक पहुंचने में अपने गुरु सदाकत अली को भी श्रेय देते हैं जो उनको चित्रकला सिखाते आए हैं।
हर्षिल ने एक्सक्लूसिव बुक ऑफ रिकार्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स एबं वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन में अपना रिकॉर्ड बना चुके हैं। गिनिस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स एबं अन्य और 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी उनकी अर्जी प्रोसेस हो चुकी है ऐसा उनके परिवार ने बताया। हर्षिल के द्वारा की गई चित्रकला को WHO ने सोसिअल मीडिया पे प्रोत्साहित किया है। आने वाले दिनों में वो ये महामारी थोड़ी कम हो जाये उसके बाद मान्यबार मुख्य मंत्री नवीन पट्टानैके जी को भी अपनी चित्र भेंट करेंगे और मिलेंगे ऐसी इच जाहिर की है। ईश उम्र में कटक, ओडिशा एबं भारत का नाम रोशन करने पर पूरा परिवार हर्षिल पे गर्व महसूस कर रहा है और जगह जगह से उनके लिए बधाई संदेश आ रहे हैं।