कटक : ओडिशा ने तीन दशकों से अधिक समय से वामपंथी उग्रवाद के संकट का अनुभव किया है। 2012 में 19 जिलो को एसआरई (SRE) जिला घोषित किया गया। मजबूत सुरक्षा प्रतिक्रिया और साथ ही साथ विकासात्मक गतिविधियों ने राज्य में विशेष रूप से पिछले कुछ वर्षों में स्थिति में एक मोड़ लाया है। अप्रैल 2018 में, छह जिलों यानी जाजपुर, ढेंकनाल, क्योंझर, मयूरभंज, गजपति और गंजम को माओवादी गतिविधियों से मुक्त घोषित किया गया और उन जिलों को केंद्र सरकार से हटा दिया गया। SRE यानी प्रायोजित सुरक्षा संबंधित व्यय (एसआरई) योजना, माओवाद प्रभावित जिलों के लिए क्षमता निर्माण के लिए विशेष रूप से एक योजना है।
अब, राज्य सरकार एसआरई योजना से अंगुल, बौध, संबलपुर, देवगढ़ और नयागढ़ को हटाने के लिए पांच जिलों को मंजूरी दी है। इस प्रकार, ग्यारह जिलों को अब तक दो साल के अंतराल में माओवादी गतिविधियों से मुक्त होने के लिए मूल्यांकन किया गया है। इसका मुख्य कारण राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा प्रतिक्रिया और सुशासन है। यह सूचना राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिये से प्रदान की गई है।