राजनगर, कैंद्रापडा, गांव के तालाब में एक 2 वर्ष के शिशु को डूबती हालात से 10 वर्ष के बालक ने अपनी जान की बाजी लगाकर, तालाब में कूद कर अदम्य साहस दिखाते हुए आखिरकार बचा ही लिया.
हुआ यूँकि अंशुमान नामक बालक अपनी माँ के लिए पान
लेकर बाजार से लौट रहा था कि उसकी नजर पडी तालाब पर. उसे बच्चा डूबता दिखाई दिया. अंशुमान ने आव देखा न ताव सीधे तालाब में कूद पडा और तैरते हुए शिशु के निकट पहुंच कर उसे तालाब किनारे ले आया.
शिशु तालाब से बाहर आने पश्चात उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. वहां उसका इलाज चला. शिशु की हालात में सुधार हुआ . शिशु स्वस्थ होकर घर लौटा.
गांव में शिशु के लौटते ही गांव वाले खुशी से झूम उठे.इस तरह बालक अंशुमान गांव का हिरो बन गया. गांव वालों ने अंशुमान की तारीफ की.
अंशुमान को पूछने पर वह बोला कि उसके दादाजी ने उसे तैरना सीखायाथा, जो आज काम आया. शिशु की माँ बोली मेरे शिशु के लिए अंशुमान देवदूत बनकर आया.