श्रीजगन्नाथ पुरी समाचार मौसी के हाथ का पोडपिठा खाना जगन्नाथ को अतिप्रिय
पुरी, जगन्नाथ जी आजकल गुंडिचा मंदिर के आडपमंडप में विराजमान हैं. वहाँ से बुधवार बाहुडायात्रा में निकलेंगे श्रीमंदिर जाने के लिए.
जगन्नाथ जी रुचिकर भोजन को बहुत चाव से ग्रहण करते हैं. स्वादिष्ट भोजन उन्हें हमेंशा प्रिय रहते हैं. इसीलिए रोज भगवान के पास 60 तरह के प्रसाद और 56 तरह के ब्यंजन की ब्यवस्था होती है.प्रत्येक दिन उनके निकट पिठा प्रसाद चढता है.
भगवान आजकल आडपमंडप में विराजमान हैं. बुधवार बाहुडायात्रा है. आडपमंडप से निकलकर जगन्नाथ पहुंचेंगे मंदिर. मार्ग में आता है मौसी माँ का घर . यहाँ वापसी में भगवान रुकते हैं थोडी देरके लिए पोडपिठा सेवन के लिए.
पोडपिठा भगवान को.बहुत प्रिय होता है. इसे सेवन पश्चात भगवान श्रीमंदिर की ओर चल पडते हैं ऐसी किंबदंती है. यह भगवान की लीला ही तो है, जो सदियों से चली
आरही है. इसके लिए मौसी माँ मंदिर में पोडपिठा जायकेदार बनाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है.
इस प्रसाद पोडपिठा की प्रस्तुति हेरापंचमी दिन से शुरु होती है. इसे भगवान बाहुडायात्रा समय मौसी घर के निकट रुक कर ग्रहण कर मंदिर की ओर जाते हैं.