अमेरिका में 26 लाख लोग कोरोना संक्रमित, सवा लाख से ज्यादा की मौत, पढ़िये यह रिपोर्ट

Advertisement
Advertisement
Click for Any Complaint Regarding This News
AAA Online Services

वॉशिंगटन: कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मरीज इस वक्त दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में है. अमेरिका में ही अबतक कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं. यहां अभी भी महामारी लगातार भयावह रूप लेती जा रही है. शनिवार को 43,447 नए मामले सामने आए और 512 लोगों की मौत हो गई. हालांकि अब अमेरिका से ज्यादा केस और मौतें हर दिन ब्राजील में दर्ज की जा रही हैं.

अमेरिका में अबतक 128,152 लोगों की मौत
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या रविवार सुबह तक बढ़कर 25 लाख 96 हजार पार हो गई. कुल 1 लाख 28 हजार 152 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 10 लाख 80 हजार लोग ठीक भी हुए हैं. 13 लाख 88 हजार लोगों का अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है. अमेरिका में कुल 5 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है. जबकि 42 फीसदी लोग इस बीमारी ठीक हो चुके हैं.

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 416,018 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 31,452 लोग मारे गए हैं. इसके बाद कैलिफॉर्निया में 210,849 कोरोना मरीजों में से 5,904 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा न्यू जर्सी, टेक्सस, मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस, फ्लोरिडा भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.

अमेरिका में संक्रमण के मामले अनुमान से कहीं ज्यादा
जब चीन में कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप चरम पर था तब अमेरिका जैसे देश चीन पर तथ्यों को छिपाने का आरोप लगा रहे थे. लेकिन अब चीन में स्थिति लगभग सामान्य है और अमेरिका बेहाल है. अब खुद अमेरिका के भीतर से आवाजें उठनी शुरू हो गयी हैं कि वहां संक्रमण के मामलों को छिपाया जा रहा है.

कुछ विशेषज्ञों का दावा है कि अमेरिका में लगभग 2 करोड़ लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. जो कि आधिकारिक आंकड़ों से लगभग दस गुना ज्यादा है. इससे यह भी पता चलता है कि बड़ी संख्या में लोग वायरस के लक्षण के बिना ही बीमार हुए होंगे. संक्रमण के मामले बहुत ज्यादा होने का अनुमान एंटीबॉडी परीक्षण की उपस्थिति पर आधारित है, जो एंटीबॉडी की उपस्थिति को निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जाता है. इस तरह यह साफ हो जाता है कि अमेरिका में जो संख्या ट्रंप सरकार द्वारा जारी की जा रही है, उसमें सच्चाई नहीं है. लेकिन अमेरिका के तमाम नेता नवंबर में होने वाले चुनावों को लेकर व्यस्त हैं, वे मतदाताओं को रिझाने के लिए नए-नए तर्क दे रहे हैं.

Please Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *