राउरकेला में शव शोभायात्रा में
हजारों शामिल, कोविद नियम गया भाड में
500 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
डीआइजी कविता जालान, एसपी सुबमणी के तबादले की माँग पर वकील संघ अडा
राउरकेला, आजकल कोविद समय में 20 से ज्यादा लोग शवयात्रा , शवदाह क्रिया में शामिल नहीं हो सकते, ऐसा
सरकारी नियम है. इस नियम की सरेआम, खुलेआम
दिन दहाडे धज्जियां उडायी गयी, जब एक युवक की शवयात्रा में स्थानीय हजारों लोग शामिल हुए . पुलिस इस शवयात्रा में मूकदर्शक रह कर चुपचाप पीछे पीछे चलती
रही.
यह सब नजारा स्थानीय वकील संघ को रास नहीं आया. उन्होंने तुरंत वकीलों की सभा बुलायी. सभा में प्रस्ताव पारित हुआ कि राउरकेला से निकम्मी डीआईजी
पुलिस कविता जालान और एसपी पुलिस सुबमणी को यहाँ से तबादला किया जाये.
वकीलों ने निकम्मे पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि इनके चलते राउरकेला में कोरोना फैल ने की संभावना बढ गयी है. शवयात्रा में बडी संख्या में भागलेना ,वो भी बिना मास्क के , राउरकेला वासिंदों के लिये खतरे
की घंटी साबित होसकती है. अतः निकम्मे लोगों को सरकार तुरंत राउरकेला से तबादला करे.
उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी राउरकेला में मई महीने में एक कोरोना कंटेनमेंट जोन में महिला स्वास्थ्य कर्मी पर हमला हुआ था. उसको बदमाशों द्वारा चोट पहुंचायी गयी थी,पीटा गया था. यह मई 5 की घटना है.
मई 26 की एक और घटना हुई है. अबकी बार कंटेनमेंट जोन हटाने के लिए स्थानीय लोगों ने पुलिस के लगाये सारे बेरीकेड्स तोड दिये एवं पुलिस कैंप में घुसकर उनके सारे सामानों को फेंक दिये. पुलिस कुछ नहीं कर सकी.
केवल शवयात्रा केस में बदनामी से बचने के लिए पुलिस ने 500 अनजान लोगों के नाम से और 15 पहचान के लोगों के नाम से एफआईआर दर्ज की है.