क्रांति ओडिशा न्यूज
अखिल भारतीय कांग्रेस
1885 से 2020,अभी तक
उत्थान, शासन और पतन
सोलहवीं कडी. नन्द किशोर जोशी
8 अगस्त,1942 को मुंबई में कांग्रेस की एक जरुरी बैठक हुई थी.उस बैठक में महात्मा गांधी ने70 मिनट का बडा प्रभावशाली भाषण दिया था. उस समय एक सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ कि अंग्रेजों भारत छोडो. हमें पूर्ण
स्वराज से कम कुछ भी मंजूर नहीं.
महात्मा गांधी ने भारतीयों को आह्वान किया कि करो या मरो की स्थिति आगयी है. अंग्रेजों को साफ संदेश दिया गया कि तुम्हें जाना है. गांधी ने नारा दिया कि “अंग्रेजों भारत छोडो ‘ यह संदेश पूरे भारत में विद्दुत की गति से फैल गया .
कांग्रेस बैठक में तय हुआ कि कल से यानि 9 अगस्त से देश भर में भारत छोडो आंदोलन को जोरदार तरीके से चलाया जायेगा. मुंबई में इसकी शुरुआत जिस मैदान से होनी तय हुआ ,उसे ही अगस्त क्रांति मैदान कहा जाता है.
9 अगस्त को तडके ही बडे बडे कांग्रेस नेताओं को अंग्रेज पुलिस गिरफ्तार कर लेती है. जेलों में बंद कर दी. महात्मा गांधी समेत तमाम बडे नेता गिरफ्तार हुए.
9 अगस्त को सुबह अरुणा आसिफ अली के नेत्रित्व में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तिरंगा फहराने का प्रयत्न किया. गिरफ्तार हुए.
सारा भारत मानो अंग्रेजों के खिलाफ उठ खडा हुआ. 1857 के सिपाही विद्रोह के बाद यह अंग्रेजों के खिलाफ सबसे बडा आंदोलन था.
उधर 1945 में इंग्लैंड में लेबर पार्टी की सरकार बनी.इधर
भारत में जेलों में असंख्य कांग्रेसी जेलों में भरे हुए थे. अंग्रेजों के खिलाफ अधिकांश भारतवासी खडे हो गये थे.
कांग्रेस नेता जेलों में बंद थे. इसका फायदा मुस्लिम लीग ने उठाया. उसने सिंध और बंगाल में संगठन को मजबूत किया. क्रमशः