क्रांति ओडिशा न्यूज
अखिल भारतीय कांग्रेस
1885 से 2020, अभी तक
उत्थान, शासन और पतन
पंद्रहवीं कडी. नन्द किशोर जोशी
गुलाम भारत में 1937 में चुनाव संपन्न हुए. अब आगे. चुनाव पश्चात विभिन्न राज्यों में कांग्रेस मंत्री मंडल का गठन हुआ. विश्व नाथ दास ओडिशा के पहले प्रधानमंत्री
बने. उस समय मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री बोला जाता था.
कांग्रेसियों में समय बितने के साथ साथ देश की आजादी की बातें भी सक्रियता से दिमाग में घूमने लगी. कांग्रेसी स्वधीनता के लिए बेचैन होते गये.
ठीक इसी समय 1 सितंबर, 1939 में दुनिया में दूसरा विश्व युद्ध प्रारंभ हुआ. जर्मनी ने 1 सितंबर 1939 को पोलैंड पर आक्रमण किया. दूसरी ओर 3 सितंबर 1939 को इंग्लैंड और फ्रांस ने जर्मनी पर हमला बोल दिया. इस
तरह दूसरा विश्व युद्ध दुनिया में शुरू होगया.
दूसरे विश्व युद्ध में एक तरफ थे इंग्लैंड, फ्रांस, अमेरिका और रुस. वहीं दूसरी तरफ उनके विरुद्ध लड रहे थे जर्मनी, जापान और ईटली. यह युद्ध 1939 से 1945
के दरम्यान चला.
अंग्रेजों ने कांग्रेस से अपने पक्ष में समर्थन मांगा. इसे महात्मा गांधी की अगुवाई में कांग्रेस ने ठुकरा दिया. इसकी वजह यह थी कि अंग्रेजों ने प्रथम विश्व युद्ध के समय भी भारत से मदद माँगी थी.भारत ने अंग्रेजों से आश्ववासन के आधार पर मदद दी थी कि वे भारतीयों को जल्द आजादी देंगे. बाद में अंग्रेज मुकर गये. इसलिए इस बार कांग्रेस ने भी दूसरे विश्व युद्ध के समय मदद के लिए साफ इंकार कर दिया.
अंग्रेज इस समय युद्ध में बुरे फँस चुके थे. ठीक इसी समय नेताजी सुभाष चंद्र बोस भी जर्मनी, जापान से मित्रता कर अंग्रेजों को युद्ध में परास्त करने की योजना के साथ आजाद हिंद फौज की स्थापना किये. जापान ने मदद की.
नेताजी अपनी फौजी टुकडी के साथ भारत सीमा तक मियांमार के रास्ते पहुंच गये.
उधर भारत में क्रांति कारी भी काफी सक्रिय होगये थे माँ
भारती को आजाद कराने के लिए. अंग्रेज चारों तरफ से घिर चुके थे. क्रमशः