क्रांति ओडिशा न्यूज
अखिल भारतीय कांग्रेस
1885 से 2020 ,अभी तक
उत्थान, शासन और पतन
सातवीं कडी. नन्द किशोर जोशी
मैंने छठी कडी में भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी पंजाब केसरी लाला लाजपत राय के बारे में उल्लेख किया था. अब आगे.
भारत की आजादी महासंग्राम के महानायक थे मोहन दास कर्मचंद गांधी. आदर से उनको लोग महात्मा गांधी के नाम से जानते हैं.
1914 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लौटे थे. लौटने के कुछ रोज बाद ही महात्मा गांधी अखिल भारतीय कांग्रेस से जुड गये. जुडने के थोडे दिनों में ही ये कांग्रेस के स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाने लगे.
इनकी सच्चाई, सादगी ने इन्हें जल्द ही कांग्रेस की उस समय की राजनीति में आगे की पंक्ति में ला खडा किया.
इनका मानना था कि अंग्रेजों को हम अहिंसा के मार्ग से हमारे देश से हटायेंगे. अंग्रेजों को अहिंसा के मार्ग से बिलायत वापस भेजेंगे. इस बात के समर्थन में कुछ कांग्रेस के नेता थे.इन्हें कांग्रेस में नरम पंथी कहा जाता था.
वहीं दूसरी ओर ऐसे भी कई कांग्रेसी नेता थे ,जो गांधी जी को आदर तो करते थे ,लेकिन अहिंसा वाली बात के पक्षधर नहीं थे. उनको कांग्रेस में गरम दल कहा जाता था. इस गरम दल गुट के उस समय सर्वमान्य नेता थे कटक के सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस. क्रमशः